तू भी कभी महसूस कर क्या है बिखरने  की तड़प ….  एक रोज़ बाज़ी यूँ सजे, शीशा तेरा पत्थर मेरा ..!!  # ना_तेरे_आने_की_खुशी ….  # ना_तेरे_जाने_का_गम …..  # बीत_गया_वो_जमाना …..  # जब_तेरे_दिवाने_थे_हम ……    काश कि कयामत के दिन हिसाब हो सब बेबफाओँ का..  और वो मुझसे लिपट कर कहे कि,  मेरा नाम मत लेना.!!   कुछ इस अदा से तोड़े हैं ताल्लुक उसने,  एक मुद्दत से ढूंढ़ रहा हूँ कसूर अपना…!!!   ये आंसुओं कि ज़कात मुझ पे ही फर्ज क्यों..  वो भी तो कुछ अदा करे, मोहब्बत उसे भी थी..   झूठ कहते हैं लोग कि मोहब्बत सब कुछ छीन लेती है,..  मैंने तो मोहब्बत करके, ग़म का खजाना पा लिया ..  जलवे तो बेपनाह थे इस कायनात में, . .  ये बात और है कि नजर तुम पर ही ठहर गई।  क़दर करलो उनकी जो तुमसे  बिना मतलब की चाहत करते हैं…   दुनिया में ख्याल रखने वाले कम और  तकलीफ देने वाले ज़्यादा होते है..!  इश्क़ तो बस नाम दिया है दुनिया ने,  एहसास बयां कोई कर पाये तो बात हो!!  तरस गए हैं तेरे लब से कुछ सुनने को हम…..  प्यार की बात न सही….कोई शिकायत ही कर दे…  तुझ से दूर रहकर…. मोहब्बत बढती जा रही है  क्या कहूँ… केसे कहूँ… ये दुरी तु...