एक इंच पिछे मत हटना, चाहे इंच इंच कट जाना। जय हिन्द..... जय माँ भारती ....(माँ का पत्र)
*** %एक माँ का पत्र अपने फोजी बेटे के नाम %***
एक माँ ने ख़त लिखा चाव से, बेटा ना मेरा दूध
लज्जाना।
एक इंच पिछे मत हटना, चाहे इंच इंच कट
जाना।
घर परिवार कुशल है मुन्ने, गाँव गली में
मंगल है।
ताज बाबरी की घटना से, क़दम क़दम पर
हलचल है।
ज्वालामुखी दिलो में धधके, आँखों में अंगारे
है।
आज अर्थियो के पिछे जय हिन्द के नारे है।
आज तेरी बहना ने राखी पर, जय
भगवा लिखा गुरूर से।
और बहु ने वन्देमातरम् लिख दिया है सिन्दूर
से।
तेरे बापू यह लिखते है, गोली नहीं पीठ पर
खाना।
एक इंच पिछे मत हटना, चाहे इंच इंच कट
जाना।
जय हिन्द..... जय माँ भारती ....
जिनकी आँखों में पत्र पढ़ कर आंसू आ जाये वो SHARE करके एक फोजी की माँ की ममता दिखाना... हर फोजी की माँ धन्य है .. जय हिन्द
एक माँ ने ख़त लिखा चाव से, बेटा ना मेरा दूध
लज्जाना।
एक इंच पिछे मत हटना, चाहे इंच इंच कट
जाना।
घर परिवार कुशल है मुन्ने, गाँव गली में
मंगल है।
ताज बाबरी की घटना से, क़दम क़दम पर
हलचल है।
ज्वालामुखी दिलो में धधके, आँखों में अंगारे
है।
आज अर्थियो के पिछे जय हिन्द के नारे है।
आज तेरी बहना ने राखी पर, जय
भगवा लिखा गुरूर से।
और बहु ने वन्देमातरम् लिख दिया है सिन्दूर
से।
तेरे बापू यह लिखते है, गोली नहीं पीठ पर
खाना।
एक इंच पिछे मत हटना, चाहे इंच इंच कट
जाना।
जय हिन्द..... जय माँ भारती ....
जिनकी आँखों में पत्र पढ़ कर आंसू आ जाये वो SHARE करके एक फोजी की माँ की ममता दिखाना... हर फोजी की माँ धन्य है .. जय हिन्द
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